शिव
तांडव स्तोत्रम् का पाठ करना अत्यंत ही शुभ फलदायक माना जाता है. रावण द्वारा रचित
भगवान् शिव का यह महामंत्र है.
शिव
को प्रसन्न करने के लिए लंकापति रावण ने शिव तांडव स्तोत्रम् का गायन करते हुए भगवान्
शिव की आराधना की थी. इस कारण से जो कोई भी सम्पूर्ण श्रद्धा और भक्ति के साथ श्री
शिव तांडव स्तोत्रम् का गायन करते हुए भगवान् शिव की आराधना करता है, उसे महादेव
शिव की परम कृपा अवश्य मिलती है|
Shiva
Tandava Stotram is a devotional hymn that represents the cosmic dance of Lord
Shiva. It was composed by Ravana as an extempore while beating his drum. It is
said that chanting Shiva Tandava Stotram destroys all negative energies and
confers immense mental strength, confidence, and beauty.
जटाटवीगलज्जलप्रवाहपावितस्थले गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्गतुङ्गमालिकाम्।
डमड्डमड्डमड्डमन्निनादवड्डमर्वयं चकार चण्डताण्डवं तनोतु नः शिवः शिवम्॥१॥
Transliteration:
jaṭāṭavīgalajjalapravāhapāvitasthale gale’valambya lambitāṃ
bhujaṅgatuṅgamālikām।
ḍamaḍḍamaḍḍamaḍḍamanninādavaḍḍamarvayaṃ cakāra caṇḍatāṇḍavaṃ tanotu naḥ śivaḥ
śivam॥1॥
हिंदी भावार्थ:
उनके बालों से बहने वाले जल से उनका कंठ पवित्र है,
और उनके गले में सांप है जो हार की तरह लटका है,
और डमरू से डमट् डमट् डमट् की ध्वनि निकल रही है,
भगवान शिव शुभ तांडव नृत्य कर रहे हैं, वे हम सबको संपन्नता प्रदान करें।।
English Translation:
With the lofty serpent as garland around his neck, his ḍamaru sounding
ḍamaḍ-ḍamaḍ, Śiva did the fierce tāṇḍava dance on the ground consecrated by the
water flowing from his thick, forest-like hair locks. May he shower prosperity
on us.
जटाकटाहसम्भ्रमभ्रमन्निलिम्पनिर्झरी- विलोलवीचिवल्लरीविराजमानमूर्धनि।
धगद्धगद्धगज्ज्वलल्ललाटपट्टपावके किशोरचन्द्रशेखरे रतिः प्रतिक्षणं मम॥२॥
Transliteration:
jaṭākaṭāhasambhramabhramannilimpanirjharī- vilolavīcivallarīvirājamānamūrdhani।
dhagaddhagaddhagajjvalallalāṭapaṭṭapāvake kiśoracandraśekhare ratiḥ pratikṣaṇaṃ
mama॥2॥
हिंदी भावार्थ:
मेरी शिव में गहरी
रुचि है,
जिनका सिर अलौकिक गंगा नदी की बहती लहरों की धाराओं से सुशोभित है,
जो उनकी बालों की उलझी जटाओं की गहराई में उमड़ रही हैं?
जिनके मस्तक की सतह पर चमकदार अग्नि प्रज्वलित है,
और जो अपने सिर पर अर्ध-चंद्र का आभूषण पहने हैं।
English
Translation:
Every moment, I am interested in Śiva, in the deep well of whose hair locks
Ganga moves in rows of waves, whose forehead has a flaming fire, and who has a
crescent moon on his head.
धराधरेन्द्रनन्दिनीविलासबन्धुबन्धुर- स्फुरद्दिगन्तसन्ततिप्रमोदमानमानसे।
कृपाकटाक्षधोरणीनिरुद्धदुर्धरापदि क्वचिद्दिगम्बरे मनो विनोदमेतु वस्तुनि॥३॥
Transliteration:
dharādharendranandinīvilāsabandhubandhura- sphuraddigantasantatipramodamānamānase।
kṛpākaṭākṣadhoraṇīniruddhadurdharāpadi kvaciddigambare mano vinodametu vastuni॥3॥
हिंदी भावार्थ:
मेरा मन भगवान शिव में
अपनी खुशी खोजे,
अद्भुत ब्रह्माण्ड के सारे प्राणी जिनके मन में मौजूद हैं,
जिनकी अर्धांगिनी पर्वतराज की पुत्री पार्वती हैं,
जो अपनी करुणा दृष्टि से असाधारण आपदा को नियंत्रित करते हैं, जो सर्वत्र व्याप्त
है,
और जो दिव्य लोकों को अपनी पोशाक की तरह धारण करते हैं।
English
Translation:
May my mind seek happiness in Śiva, who is the sportive companion of Pārvatī,
in whose mind the remote expanses proliferate, whose compassionate look expels
difficult obstacles, and who is all-pervasive.
जटाभुजङ्गपिङ्गलस्फुरत्फणामणिप्रभा- कदम्बकुङ्कुमद्रवप्रलिप्तदिग्वधूमुखे।
मदान्धसिन्धुरस्फुरत्त्वगुत्तरीयमेदुरे मनो विनोदमद्भुतं बिभर्तु भूतभर्तरि॥४॥
Transliteration:
jaṭābhujaṅgapiṅgalasphuratphaṇāmaṇiprabhā-
kadambakuṅkumadravapraliptadigvadhūmukhe।
madāndhasindhurasphurasphurattvaguttarīyamedure mano vinodamadbhutaṃ bibhartu
bhūtabhartari॥4॥
हिंदी भावार्थ:
मुझे भगवान शिव में
अनोखा सुख मिले, जो सारे जीवन के रक्षक हैं,
उनके रेंगते हुए सांप का फन लाल-भूरा है और मणि चमक रही है,
ये दिशाओं की देवियों के सुंदर चेहरों पर विभिन्न रंग बिखेर रहा है,
जो विशाल मदमस्त हाथी की खाल से बने जगमगाते दुशाले से ढंका है।
English
Translation:
May I seek wonderful pleasure in Śiva, who is the supporter of all beings, who
smears colour in all directions through the lustre of the gem on the snake
creeping among his hair locks, who wears a thick upper garment of an
intoxicated elephant’s skin.
सहस्रलोचनप्रभृत्यशेषलेखशेखर- प्रसूनधूलिधोरणीविधूसराङ्घ्रिपीठभूः।
भुजङ्गराजमालया निबद्धजाटजूटकः श्रियै चिराय जायतां चकोरबन्धुशेखरः॥५॥
Transliteration:
sahasralocanaprabhṛtyaśeṣalekhaśekhara-
prasūnadhūlidhoraṇīvidhūsarāṅghripīṭhabhūḥ।
bhujaṅgarājamālayā nibaddhajāṭajūṭakaḥ śriyai cirāya jāyatāṃ
cakorabandhuśekharaḥ॥5॥
हिंदी
भावार्थ:
भगवान शिव हमें संपन्नता दें,
जिनका मुकुट चंद्रमा है,
जिनके बाल लाल नाग के हार से बंधे हैं,
जिनका पायदान फूलों की धूल के बहने से गहरे रंग का हो गया है,
जो इंद्र, विष्णु और अन्य देवताओं के सिर से गिरती है।
English
Translation:
His footstool is greyed by the incessant flow of dust from the flowers from the
heads of the gods lined up in front of him. His hair locks are tied up with the
king of snakes. He has the kind of Cakora bird (the moon) on his head. May Śiva
give us lasting prosperity.
ललाटचत्वरज्वलद्धनञ्जयस्फुलिङ्गभा- निपीतपञ्चसायकं नमन्निलिम्पनायकम्।
सुधामयूखलेखया विराजमानशेखरं महाकपालि सम्पदे शिरो जटालमस्तु नः॥६॥
Transliteration:
lalāṭacatvarajvaladdhanañjayasphuliṅgabhā- nipītapañcasāyakaṃ namannilimpanāyakam।
sudhāmayūkhalekhayā virājamānaśekharaṃ mahākapāli sampade śiro jaṭālamastu naḥ॥6॥
हिंदी भावार्थ:
शिव के बालों की उलझी
जटाओं से हम सिद्धि की दौलत प्राप्त करें,
जिन्होंने कामदेव को अपने मस्तक पर जलने वाली अग्नि की चिनगारी से नष्ट किया था,
जो सारे देवलोकों के स्वामियों द्वारा आदरणीय हैं,
जो अर्ध-चंद्र से सुशोभित हैं।
English
Translation:
May we get the wealth of siddhis from his locks of hair. Kāmadeva was devoured
by the sparks of the fire flaming on his forehead. All the celestial leaders bow
down to him. He is beautiful with a crescent moon on his head.
करालभालपट्टिकाधगद्धगद्धगज्ज्वलद्- धनञ्जयाहुतीकृतप्रचण्डपञ्चसायके।
धराधरेन्द्रनन्दिनीकुचाग्रचित्रपत्रक- प्रकल्पनैकशिल्पिनि त्रिलोचने रतिर्मम॥७॥
Transliteration:
karālabhālapaṭṭikādhagaddhagaddhagajjvalad-
dhanañjayāhutīkṛtapracaṇḍapañcasāyake।
dharādharendranandinīkucāgracitrapatraka- prakalpanaikaśilpini trilocane
ratirmama॥7॥
हिंदी भावार्थ:
मेरी रुचि भगवान शिव
में है, जिनके तीन नेत्र हैं,
जिन्होंने शक्तिशाली कामदेव को अग्नि को अर्पित कर दिया,
उनके भीषण मस्तक की सतह डगद् डगद्... की घ्वनि से जलती है,
वे ही एकमात्र कलाकार है जो पर्वतराज की पुत्री पार्वती के स्तन की नोक पर,
सजावटी रेखाएं खींचने में निपुण हैं।
English
Translation:
My interest is in Siva, who has three eyes, who has offered Kāmadeva into the
fire flaming on his forehead, who is the sole artist of drawing decorative
lines on the tips of Pārvatī’s breasts.
नवीनमेघमण्डलीनिरुद्धदुर्धरस्फुर- त्कुहूनिशीथिनीतमः प्रबन्धबद्धकन्धरः।
निलिम्पनिर्झरीधरस्तनोतु कृत्तिसिन्धुरः कलानिधानबन्धुरः श्रियं जगद्धुरन्धरः॥८॥
Transliteration:
navīnameghamaṇḍalīniruddhadurdharasphura- tkuhūniśīthinītamaḥ
prabandhabaddhakandharaḥ।
nilimpanirjharīdharastanotu kṛttisindhuraḥ kalānidhānabandhuraḥ śriyaṃ
jagaddhurandharaḥ॥8॥
हिंदी भावार्थ:
भगवान शिव हमें संपन्नता
दें,
वे ही पूरे संसार का भार उठाते हैं,
जिनकी शोभा चंद्रमा है,
जिनके पास अलौकिक गंगा नदी है,
जिनकी गर्दन गला बादलों की पर्तों से ढंकी अमावस्या की अर्धरात्रि की तरह काली है।
English
Translation:
The throb of the great tāṇḍava has restrained the the new clouds has bound the
darkness of the night of the new moon around His neck, O the bearer of the
river Ganges, O the wearer of the elephant hide; please extend the
auspiciousness and great welfare (to us).
प्रफुल्लनीलपङ्कजप्रपञ्चकालिमप्रभा- वलम्बिकण्ठकन्दलीरुचिप्रबद्धकन्धरम्।
स्मरच्छिदं पुरच्छिदं भवच्छिदं मखच्छिदं गजच्छिदान्धकच्छिदं तमन्तकच्छिदं भजे॥९॥
Transliteration:
praphullanīlapaṅkajaprapañcakālimaprabhā-
valambikaṇṭhakandalīruciprabaddhakandharam।
smaracchidaṃ puracchidaṃ bhavacchidaṃ makhacchidaṃ gajacchidāndhakacchidaṃ
tamantakacchidaṃ bhaje॥9॥
हिंदी
भावार्थ:
मैं भगवान शिव की प्रार्थना करता हूं, जिनका कंठ मंदिरों की चमक से बंधा है,
पूरे खिले नीले कमल के फूलों की गरिमा से लटकता हुआ,
जो ब्रह्माण्ड की कालिमा सा दिखता है।
जो कामदेव को मारने वाले हैं, जिन्होंने त्रिपुर का अंत किया,
जिन्होंने सांसारिक जीवन के बंधनों को नष्ट किया, जिन्होंने बलि का अंत किया,
जिन्होंने अंधक दैत्य का विनाश किया, जो हाथियों को मारने वाले हैं,
और जिन्होंने मृत्यु के देवता यम को पराजित किया।
English
Translation:
Whose neck has the dark luster of the universe with the glory of the
fully-bloomed blue lotuses, one who destroyed Kāmadeva and Tripurāsura, the one
who ends worldly existence, and the one who brought an end to the sacrifice (of
Dakṣa), Gajāsura, and Andhaka and overpowered Yama; I worship that Śiva.
अखर्वसर्वमङ्गलाकलाकदम्बमञ्जरी- रसप्रवाहमाधुरीविजृम्भणामधुव्रतम्।
स्मरान्तकं पुरान्तकं भवान्तकं मखान्तकं गजान्तकान्धकान्तकं तमन्तकान्तकं भजे॥१०॥
Transliteration:
akharvasarvamaṅgalākalākadambamañjarī- rasapravāhamādhurīvijṛmbhaṇāmadhuvratam।
smarāntakaṃ purāntakaṃ bhavāntakaṃ makhāntakaṃ gajāntakāndhakāntakaṃ
tamantakāntakaṃ bhaje॥10॥
हिंदी
भावार्थ:
मैं भगवान शिव की प्रार्थना करता हूं, जिनके चारों ओर मधुमक्खियां उड़ती रहती हैं
शुभ कदंब के फूलों के सुंदर गुच्छे से आने वाली शहद की मधुर सुगंध के कारण,
जो कामदेव को मारने वाले हैं, जिन्होंने त्रिपुर का अंत किया,
जिन्होंने सांसारिक जीवन के बंधनों को नष्ट किया, जिन्होंने बलि का अंत किया,
जिन्होंने अंधक दैत्य का विनाश किया, जो हाथियों को मारने वाले हैं,
और जिन्होंने मृत्यु के देवता यम को पराजित किया।
English
Translation:
Who has bees flying all over because of the sweet nectar of auspicious Kadamba
flowers, one who destroyed Kāmadeva and Tripurāsura, the one who ends worldly
existence, and the one who brought an end to the sacrifice (of Dakṣa),
Gajāsura, and Andhaka and overpowered Yama; I worship that Śiva.
जयत्वदभ्रविभ्रमभ्रमद्भुजङ्गमश्वस- द्विनिर्गमत्क्रमस्फुरत्करालभालहव्यवाट्।
धिमिद्धिमिद्धिमिध्वनन्मृदङ्गतुङ्गमङ्गल- ध्वनिक्रमप्रवर्तितप्रचण्डताण्डवः शिवः॥११॥
Transliteration:
jayatvadabhravibhramabhramadbhujaṅgamaśvasa-
dvinirgamatkramasphuratkarālabhālahavyavāṭ।
dhimiddhimiddhimidhvananmṛdaṅgatuṅgamaṅgala-
dhvanikramapravartitapracaṇḍatāṇḍavaḥ śivaḥ॥11॥
हिंदी भावार्थ:
शिव, जिनका तांडव
नृत्य नगाड़े की ढिमिड ढिमिड
तेज आवाज श्रंखला के साथ लय में है,
जिनके महान मस्तक पर अग्नि है, वो अग्नि फैल रही है नाग की सांस के कारण,
गरिमामय आकाश में गोल-गोल घूमती हुई।
English
Translation:
His Tāṇḍava is in tune with auspicious sounds of mṛdaṅga, who has fire on his
forehead, the fire that is spreading out because of the breath of the snake
wandering in whirling motion in the sky.
दृषद्विचित्रतल्पयोर्भुजङ्गमौक्तिकस्रजो- र्गरिष्ठरत्नलोष्ठयोः सुहृद्विपक्षपक्षयोः।
तृणारविन्दचक्षुषोः प्रजामहीमहेन्द्रयोः समप्रवृत्तिकः कदा सदाशिवं भजाम्यहम्॥१२॥
Transliteration:
dṛṣadvicitratalpayorbhujaṅgamauktikasrajo- rgariṣṭharatnaloṣṭhayoḥ
suhṛdvipakṣapakṣayoḥ।
tṛṇāravindacakṣuṣoḥ prajāmahīmahendrayoḥ samapravṛttikaḥ kadā sadāśivaṃ
bhajāmyaham॥12॥
हिंदी भावार्थ:
मैं भगवान सदाशिव की
पूजा कब कर सकूंगा, शाश्वत शुभ देवता,
जो रखते हैं सम्राटों और लोगों के प्रति समभाव दृष्टि,
घास के तिनके और कमल के प्रति, मित्रों और शत्रुओं के प्रति,
सर्वाधिक मूल्यवान रत्न और धूल के ढेर के प्रति,
सांप और हार के प्रति और विश्व में विभिन्न रूपों के प्रति?
English
Translation:
When will I worship Sadāśiva with equal vision towards a snake and a garland, a
valuable gem and a lump of dirt, friends and enemies, eyes like a blade of
grass and those like a lotus, the subjects and an emperor?
कदा निलिम्पनिर्झरीनिकुञ्जकोटरे वसन् विमुक्तदुर्मतिः सदा शिरःस्थमञ्जलिं वहन्।
विलोललोललोचनो ललामभाललग्नकः शिवेति मन्त्रमुच्चरन्कदा सुखी भवाम्यहम्॥१३॥
Transliteration:
kadā nilimpanirjharīnikuñjakoṭare vasan vimuktadurmatiḥ sadā śiraḥsthamañjaliṃ
vahan।
vilolalolalocano lalāmabhālalagnakaḥ śiveti mantramuccarankadā sukhī
bhavāmyaham॥13॥
हिंदी भावार्थ:
मैं कब प्रसन्न हो
सकता हूं, अलौकिक नदी गंगा के निकट गुफा में रहते हुए,
अपने हाथों को हर समय बांधकर अपने सिर पर रखे हुए,
अपने दूषित विचारों को धोकर दूर करके, शिव मंत्र को बोलते हुए,
महान मस्तक और जीवंत नेत्रों वाले भगवान को समर्पित?
English
Translation:
When will I be happy, living in a cave near Ganga, carrying the folded hands on
my head, with my bad thinking washed away and free from my disoriented eye, and
uttering Śiva’s mantra and applying his sacred mark on the forehead?
इमं हि नित्यमेवमुक्तमुत्तमोत्तमं स्तवं पठन्स्मरन्ब्रुवन्नरो विशुद्धिमेति सन्ततम्।
हरे गुरौ सुभक्तिमाशु याति नान्यथा गतिं विमोहनं हि देहिनां सुशङ्करस्य चिन्तनम्॥१४॥
Transliteration:
imaṃ hi nityamevamuktamuttamottamaṃ stavaṃ paṭhansmaranbruvannaro viśuddhimeti
santatam।
hare gurau subhaktimāśu yāti nānyathā gatiṃ vimohanaṃ hi dehināṃ suśaṅkarasya
cintanam॥14॥
हिंदी भावार्थ:
इस स्तोत्र को, जो भी
पढ़ता है, याद करता है और सुनाता है,
वह सदैव के लिए पवित्र हो जाता है और महान गुरु शिव की भक्ति पाता है।
इस भक्ति के लिए कोई दूसरा मार्ग या उपाय नहीं है।
बस शिव का विचार ही भ्रम को दूर कर देता है।
English
Translation:
Whoever reads, remembers and says this best stotra regularly as it is said
here, gets purified forever and obtains devotion in the great guru Śiva. For
this devotion, there is no other way. Just the mere thought of Śiva indeed
removes the delusion.
पूजावसानसमये दशवक्त्रगीतं यः शम्भुपूजनपरं पठति प्रदोषे।
तस्य स्थिरां रथगजेन्द्रतुरङ्गयुक्तां लक्ष्मीं सदैव सुमुखीं प्रददाति शम्भुः॥१५॥
Transliteration:
pūjāvasānasamaye daśavaktragītaṃ yaḥ śambhupūjanaparaṃ paṭhati pradoṣe।
tasya sthirāṃ rathagajendraturaṅgayuktāṃ lakṣmīṃ sadaiva sumukhīṃ pradadāti
śambhuḥ॥15॥
हिंदी भावार्थ:
शाम की पूजा के बाद जो
भी इस रावण-कृत स्तोत्र को पढ़ते हैं, उन्हे शिव द्वारा रथ-हाथी-घोड़े-युक्त स्थिर
लक्ष्मी प्राप्त होती है।
English
Translation:
In the evening, at the end of prayers, whoever utters this stotra written by
Rāvaṇa, Śiva blesses them with stable prosperity with all the richness of
chariots, elephants and horses.
इति श्रीरावणकृतं शिवताण्डवस्तोत्रं सम्पूर्णम्।
Transliteration:
iti śrīrāvaṇakṛtaṃ śivatāṇḍavastotraṃ sampūrṇam।
हिंदी भावार्थ:
रावण रचित शिव तांडव स्तोत्र समाप्त होता है।
English
Translation:
Thus ends the śiva-tāṇḍava-stotraṃ composed by Rāvaṇa.
No comments:
Post a Comment